उत्तराखंड

उत्कृष्ट हाईस्कूल के कई छात्र करेंगे जापान का दौरा,शिक्षा महानिदेशक ने छात्रों को दी बधाई,उत्तराखंड के लिए बताया बड़ी उपलब्धि


देहरादून। जापान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी एजेन्सी के द्वारा जापान साइन्स हाईस्कूल प्रोग्राम चलाया जा रहा है, जिसे सकुरा साइन्स प्रोग्राम के नाम से भी जाना जाता है। इसके द्वारा उत्कृष्ट हाईस्कूल छात्रों को जापान के सबसे उन्नत वैज्ञानिक तकनीक देखने एवं उत्कृष्ट वैज्ञानिकों से मिलने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। वर्ष 2024 के समूह 03 के लिए छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश एवं उत्तराखण्ड के 21 विद्यार्थी तथा 02 सुपरवाइजर के द्वारा दिनांक 16 जून 2024 से 22 जून 2024 तक जापान में निर्धारित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया जाना है। उक्त
कार्यक्रम हेतु राज्य के अन्तर्गत संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका छात्रावास से 03 छात्राओं का चयन किया गया है। के०जी०बी०वी० छात्रावास से हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा – 2023 में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली प्रथम 03 की छात्राओं के नाम निम्नवत् है जो कि वर्तमान में कक्षा-11 साईन्स स्ट्रीम में अध्ययनरत है

 नीतू चौहान, पुत्री तोता राम, के०जी०बी०वी० कालसी टाईप – IV
 राशि बिष्ट, पुत्री किशन सिह बिष्ट, के०जी०बी०वी० जैंती टाईप – III

 शिवानी, पुत्री  देवशरण नेगी, के०जी०बी०वी० गंगाणी टाईप-IV
भारत सरकार द्वारा उक्त कार्यक्रम हेतु धीरज जैन (एम0ओ0इ० ) तथा रिया गगभिये (छत्तीसगढ़) का चयन सुपरवाइजर हेतु किया गया है। छात्राओं द्वारा दिनांक 16 जून 2024 को जापान भ्रमण हेतु प्रस्थान किया जाना है तथा दिनांक 22 जून 2024 को जापान से वापसी की जानी है। जापान में छात्राओं द्वारा दिनांक 17 जून 2024 से दिनांक 21 जून 2024 तक विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया जायेगा, जिसमें SCMAGLEV and
Railway Park Nagoya institute of Technology, Toyota Commemorative Museum for industry and Technology, Aichi Prefectural Okazaki HighSchool, Nagoya Castale भ्रमण तथा प्रोफेसर अमानो हिरोसी का स्पेशल लैक्चर में प्रतिभाग किया जाना है। उक्त कार्यक्रम हेतु समस्त व्यय का वहन भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा बंशीधर तिवारी द्वारा तीनों छात्राओं को शुभकामना प्रेषित करते हुए अवगत कराया गया कि यह उत्तराखण्ड हेतु बड़ी उपलब्धि है इससे निश्चित रूप से छात्राएं जापान देश का भ्रमण कर वहाँ की शिक्षा, नवाचार, कल्चर इत्यादि से अवगत होंगी।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *